में कोई पिज़्ज़ा पास्ता खाने वाला अंग्रेजी में चपर चपर करने वाला बुद्धिजीवी तो हूँ नहीं । मोटी रोटी खाने वाला मोटी बुद्धि का इंसान हूँ । सीधी साफ़ व मोटी मोटी बात समझ आती है और वैसी ही बात करता हूँ ।
कांग्रेस व सोनिया / मनमोहन सरकार ने पिछले दस सालो में इस देश को बड़ी बेरहमी से भ्रष्टाचार / महाघोटालो के जरिये लूट कर खोखला कर दिया है । साथ ही इन्होने दुधारी विनाशकारी योजनाओं को, जहर की मीठी गोली की तरह पेश करके बर्बादी का पूरा इंतजाम कर दिया है । MNREGA ऐसी योजना है जो देश की मेहनतकश जनता को शारीरिक, मानसिक, व नैतिक तौर पर निकम्मा, निठल्ला, पंगु, आत्मसम्मान रहित, व सिर्फ वोट देने वाला गुलाम बनाती है | MNREGA ऐसी योजना है जो देश की सबसे बड़ी ताकत मानव संसाधन का विनाश कर रही है और नतीजे खेती, उद्योग, निर्यात, व अर्थव्यवस्था पर दिख रहे हैं । खाद्ध सुरक्षा योजना और कुछ नहीं MNREGA से भी ज्यादा घातक जहर की गोली है जो कि है बड़ी मीठी ।
ये दोनों दुधारी विनाशकारी योजनाए किसी साजिश का हिस्सा लगती हैं । मानव संसाधन के साथ देश की अर्थ व्यवस्था को भी बर्बाद करने वाली हैं | यह बात अब सर्वविदित है कि MNREGA भ्रष्टाचार का बहुत बड़ा अड्डा है और यही हाल खाद्द सुरक्षा योजना का भी होना सुनिश्चित है ।
मानव संसाधन, खेती, उद्योग. व अर्थव्यवस्था को बर्बाद कर देने वाले उपायों के साथ खुदरा बाज़ार विदेशी व्यापारियों के लिए खोल दिया गया है। विदेशी खुदरा व्यापारियों के लिए ये अनिवार्यता भी समाप्त कर दी गयी है कि उन्हें अपनी खरीद का 30% माल भारत के उद्योगों से खरीदना पड़ेगा । विदेशी खुदरा व्यापारियों को दस लाख से कम आबादी वाले शहरो में भी दूकान खोलने की इजाज़त दे दी गयी है ।
पंगु लाचार मानव संसाधन, देश की बर्बाद होतो खेती, मृतप्राय उद्योग, निरंकुश विदेशी खुदरा व्यापारी,,,, क्या आपको कहीं इन सबमे कुछ समझ आरहा है ?
ब्रिटिश इंडिया कंपनी भी व्यापार करने ही आई थी । अब इन विदेशी खुदरा व्यापारियों के लिए जमीन तैयार की जारही है । कितना समय लगेगा कहा नहीं जा सकता , लेकिन कदम गुलामी की तरफ निश्चित तौर पर बढ़ रहे हैं| हो सकता है आपका मत अलग हो ।
में रहू या न रहूँ, ...... इतिहास में वर्ष 1612 के मुग़ल सम्राट नुरुद्दीन सलीम जहांगीर की ही तरह वर्ष 2012/13 के मनमोहन सिंह को याद किया जाएगा | वर्ष 1612 में मुग़ल सम्राट नुरुद्दीन सलीम जहांगीर द्वारा की गयी भूल का निराकरण 335 साल भुगतने के बाद वर्ष 1947 में हुआ था ।
वर्ष 2004-2013 की सोनिया / मनमोहन सिंह द्वारा की गयी महाभूलो के क्या नतीजे होंगे और निराकरण कब होगा, शायद स्वयं भगवान भी ना बता सके ।
very good ,
ReplyDeleteThanks.
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